यह तो मशीनें हैं 24 घण्टे काम करने के बाद भ्ाी नहीं थकेंगी पर इन्सानी शरीर का इनका काम करने के बाद एक ब्रेक तो बनता है
जिस कारण ज्‍यादातर कम्‍प्‍यूटर यूजर्स की आँखों में दर्द (Eye pain)  सिरदर्द के अलावा गर्दन और कंधों में दर्द (Neck and shoulder pain) होता है। तो आइये जानते हैं कुछ कम्‍प्‍यूटर योग टिप्‍स (Computer Yoga Tips) जो कम्‍प्‍यूटर के नेगेटिव प्रभावों से आपको बचायेगें और फीलगुड (Feelgood) का एहसास करायेगें –
सबसे पहले तो अपने कम्‍प्‍यूटर के मोनीटर/एल0सी0डी0 के ब्राइटनेस औरकन्‍ट्रास्‍ट का बिलकुल कम कर ले, जिससे ज्‍यादा देर काम करने पर आपकी ऑखों पर जोर ना पडें, अधिक देर तक ज्‍यादा ब्राइटनेस और कन्‍ट्रास्‍ट वाले स्‍क्रीन पर काम करने से ऑखें लाल हो जाती हैं और सिर में दर्द भी होने लगता है। 
अगर आपके काम का शेडयूल लम्‍बा है यानि 6-8 घण्‍टे या उससे भी ज्‍यादा तो बीच-बीच में 15 से 20 मिनट का ब्रेक लेते रहें हो सके तो ऑखों को बन्‍द करके थोडी दे आराम दें।
कम्‍प्‍यूटर का कम रोशनी वाले कमरे में ना रखें, ऐसी जगह रखे जहॉ प्राक्रतिक रोशनी की व्‍यवस्‍था हो अगर ऐसा नहीं है तो कमरे में पर्याप्‍त रोशनी की व्‍यवस्‍था करें।
लगतार बैठे रहने से तथा स्‍क्रीन की तरफ देखते रहने से आपकी पीठ और गर्दन में दर्द हो सकता है, इसके लिये आप 1-2 घण्‍टे बाद कुर्सी से उठकर टलहने की कोशिश करें।
कम्‍प्‍यूटर पर काम करने का अर्थ है दिन के 8-10 घण्‍टे बैठे रहना, इसके लिये सुबह टहलने की आदत डाल ही लें।
कम्‍प्‍यूटर कक्ष के बारह हरे पौधे लगायें और हो सके तो कमरे के अन्‍दर भी इनको देखने से आपकी ऑखों को रिलेक्‍स मिलेगा।
अगर ऑखों में जलन होने लगे तो ठंडे पानी से ऑखों को धाेयें तथाऑखों के डाक्‍टर को दिखायें। 
ज्‍यादातर कम्‍प्‍यूटर यूजर कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन को बिलकुल ऑखों के नजदीक रखते हैं, जो सही नहीं है अपनी कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन को ऑखों से कम से कम तीन फुट की दूरी पर रखें।
काम करते समय पलकों को झपकाते रहें, इससे आपकी ऑखों की एक्‍सरसाइज भी होती रहेगी और नमी भी बनी रहेगी।
एन्‍टी लेयर ग्‍लास का चश्‍मा बनवा लें, जिससे ऑखों को सुरक्षा मिलेगी।

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